जोहानिसबर्ग। भ्रष्टाचार का आरोप झेल दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, उनकी सरकार के दौरान हुए घोटाले की जांच कर रहे आयोग ने कहा है कि कई बार समन जारी किए जाने के बावजूद जुमा कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। इसलिए उन पर अदालत की अवमानना का मामला दर्ज किया जाए और दोष सिद्ध होने पर जेल भेजा जाए।
बता दें कि जांच आयोग के चेयरमैन की अनुमति के बिना 78 वर्षीय जुमा सुनवाई से अलग हो गए थे। उनके इस कदम को अदालत की अवमानना माना गया है। पूर्व राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा है कि वह तब तक सुनवाई में शामिल नहीं होंगे जब तक की आयोग के अध्यक्ष और डिप्टी चीफ जस्टिस रेमंड जोंडो नहीं हटते हैं। जुमा ने दावा किया कि जब तक जोंडो आयोग के चेयरमैन रहेंगे तब तक उन्हें निष्पक्ष सुनवाई की उम्मीद नहीं है। उन्होंने जोंडो पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
तीन वर्ष पहले जुमा की अपनी ही पार्टी अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस द्वारा पद छोड़ने के लिए कहा गया था। उन पर गुप्ता परिवार के साथ मिलकर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया गया था। जुमा के सत्ता से हटने के बाद जुमा परिवार दुबई जाकर बस गया, जिसके प्रत्यर्पण के लिए दक्षिण अफ्रीका सरकार ने संयुक्त अरब अमीरात से संपर्क किया है। गुप्ता परिवार मूलरूप से भारत के सहारनपुर का रहने वाला है।